सीरवी(राठौड़ )
मेरी कलम से ........
Friday, 7 June 2013
ज़िन्दगी खुली आँखों का एक सपना है
और मौत एक अनकही सच्चाई
ज़िन्दगी कभी न ख़त्म होने वाला एक मुकदमा है
और मौत उसकी आखिरी सुनवाई है
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