जब उड़ता है यह परवाना
खो जाता है अपनी दुनिया में
कर जाता है सबको अपना दीवाना
बनता है ज़िन्दगी का अपना नया अफसाना
फिर क्यूँ ना हो इसके लिए दिल दीवाना
पता है अपनी मुश्किल मंजिल
सिखाता है मुश्किल नहीं है मंजिल को पाना
हमें आसमा पे तो नहीं जाना
हमारी ख्वाहिश है हमें धरती पर रहकर ही आसमा को है पाना
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