Tuesday, 27 March 2012

नन्ही सी परी तू ,करे जब किलकारी
मधुर आवाज़ तेरी लगे कोयल से भी प्यारी
जब तू मुस्कुराए तो खिल जाए कालिया सारी
तुझसे ही है हर खुशी ,तू ही है दुनिया हमारी
कभी खेले माँ संग कभी पापा की प्यारी
खेलना है चाचा संग भी ,कब आएगी मेरी बारी
जब इठलाकर तू  करे वॉकर की सवारी
मानो मौसम ने कर ली खुशियों की तैयारी
अठखेलियाँ करती तू , मुस्कान है सबसे न्यारी
सूर्य से तेज प्रकाश तेरा , चाँद की रोशनी भी तेरे समक्ष हारी ॥ :)
       मेरी प्यारी भतीजी "पवित्रा राठौड़ "

Monday, 26 March 2012

लिखूं एक ख्‍वाब कलम से,

जिसमें एक पतंग आएगी।

जिसे उड़ाएगा कोई और

पर कटकर मेरी ही पास आएगी।

उड़ेगी चाहे कितनी भी,

बदन लहरा-लहरा कर

पर अंत में उसे,

हमारी ही याद आएगी॥

चाँद सा शीतल मन होगा,

दूध्‍ सा निर्मल तन होगा।

रूप रंग का हर कण होगा,

जिस कण में मेरी ही खुशबू आएगी॥

आँखों में नशे का काजल,

ज़ुल्फ़ों में घन-घोर सा बादल।

पैरों में पायल की छम-छम,

कानों में कुण्‍डल का झन-झन॥

जिसमें एक शोर सी आएगी,

जिसे सुन बादल इस ओर ही आएगी।

पंक्षियाँ भी देखकर चहकेंगे उसे,

फूल भी देखकर महकेंगे उसे।

नयी सी वादियाँ वातावरण में फैल जाएगी,

जब भी वो आकर मेरे बाहों में सिमट आएगी . 
narendra nirmal

Sunday, 25 March 2012

समय के कुछ पल भले ही बुरे हो
पर समय हर वक़्त गद्दार नहीं 

सूरज समा जाए चाँद की आग़ोश में
पर चाँद की चाँदनी बेकार नहीं


सुख-दुख तो ज़िंदगी का हिस्सा है 
पर इसके बिना ज़िंदगी का सार नहीं

पाना है लक्ष्य को, हो चाहे लाखो मुश्किले 
तान कर सीना बढ़ जा आगे कि मानेगा तू हार नहीं 

रूठे को मना दे ,दुश्मन को भी यार बना दे
उन मधुर अल्फ़ाज़ों से तेज तलवार की धार नहीं

सुख दुख के हर पालो में हाथ जो थामे रहे 
भटके को पथ दिखाये  उससे बड़ा कोई यार नहीं

जगत की सारी खुशियाँ माँ के चरणों में है
माँ की ममता से बढ़कर कोई प्यार नहीं


सारा जग सदियों से जिसके गुण गावत
भगवान जहाँ रहते, है सूर्य जहाँ जागत

पूजते हैं गौ माता, जिनमे सारे देव विराजत

पधारे सुदामा हों,, तो भी कृष्ण करें स्वागत

करोड़ों विशिष्ठिताओं में, ये भी एक बात है
कि नदी और पहाड़ भी, पूजे यहाँ जावत

सदियों से पुण्य भूमि, युग-युग से दिव्य शाश्वत
है माँ के जैसी ममता, देवी स्वरुप जाग्रत

समूचे विश्व को सिखाई जिसने शांति पूजा,
उसी में ही रची है वीरों ने महाभारत

पूरे विश्व को जिसने गिनती सिखाई,
विश्व-विजयी हो के भी विनती सिखाई,
मेरे गायकों की राग से दीपक जल जावत

हिमालय हैं उत्तर के पहले प्रभारी,
सागर भी करते हैं रक्षा हमारी,
मेरे देश में है ईश्वरीय ताकत 

देश के युवाओं को नींद से जगाया,
भारत क्या है पूरे विश्व को बताया,
उठो- जागो- आगे बढ़ो नारा लगाया,
ऐसे विवेकानंद को कौन नहीं जानत 
सुप्रभात भारत


Thursday, 22 March 2012


यह खबर 15 फरवरी को भी लिखी थी पर किसी ने कोई प्रतिक्रीया नहीं दी आज जब टीवी चैनलो पर यह दिखाया जा रहा तो सबकी नींद खुली । 

देश के प्रधानमंत्री ने कोयला विभाग अपने अधीन रख कर देश का ही नहीं शायद दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला किया है , देश के लोगो को गुमराह पर गुमराह किया जा रहा धोखे पर धोखा । 
कोयले में हाथ दाल कर मुह काला कर लिया पर यह मानने को ही तैयार नहीं देश के प्रधान मंत्री 
गूंगे बहरे हो गए है देश के प्रधान मंत्री ....... इस महाघोटाले पर चुप्पी साध कर बैठ गए जैसे महात्मा गांधी का गूंगा बंदर बैठा हो 

अब कांग्रेसी चमचो कि पुंगी बंद हो गई क्यूँ कि रिपोर्ट के मुताबिक जब अवैध कोयला खनन के आदेश दिये गए तब कोयला विभाग प्रधानमंत्री के पास था ,

तो अब कांग्रेसी यह कहने लगे कि नीलामी करते तो बोझ सीधा आम जन पर पड़ता 
और फिर यह भी कहते कि हमने कोई घोटाला किया ही नहीं ॥ 

मुझे समझ में नहीं आता कि अगर सरकार कोयला खनन की नीलामी करती तो आम जन को क्या नुकसान होता । 
हाँ नुकसान तो होता पर आम जन का नहीं बल्कि इटालियन मम्मी (कांग्रेस की मम्मी सोनिया ) का जिनको घुस नहीं मिलती ,और उनके पालतू लोगो को नुकसान जरूर होता ॥ अब आप ही देख लो एक विदेशी मेम भारत में 45000 करोड़ की मालकिन बन गई और देश को चला रही अपने इशारो पर । 

हे प्रभु क्या होगा इस देश का 

इस भ्रष्टाचारी सरकार के साथ साथ देश के दिग्गज व्यवसायी भी इस देश से गद्दारी करने पर तुले है ...
किस पर भरोसा करे किसको देश की कमान सोपे ? 

सरकार तो आम जनता ने ही बनाई यह विश्वास करके कि लोगो का भला करेगी , 

अब यह हमारा खून ही नहीं हड्डियों का भी चूरमा बना कर खा रही है ,

पर अब यह हम आम जन के हाथ में नहीं रहा कि इस सरकार को उखाड़ फेके ....लोकतन्त्र के रखवाले बना कर भेजते पर लोकतन्त्र को इटली में बेच कर यह लोग लोभतंत्र चला रहे है । 

सरकार ने एक काम बहुत नेक किया कि देश के सारे गरीबो को अमीरों कि श्रेणी में ल खड़ा किया जबकि उनके पास न घर है न तन पर कपड़े 2 जून कि रोटी के लिए दर दर भटकता पर उसे अमीर बना दिया । 

जो भी भ्रष्टाचारी का बेटा यह पोस्ट पढ़ रहा क्या तुमको जरा भी शर्म नहीं महसूस होगी कि तुम चोर के बेटे कहलाओगे , भ्रष्टाचारी का बेटा कहा जाएगा , लोगो कि बददुआ बड़ी खराब होती है बच कर रहना ॥ 

इसलिए सब से निवेदन है कि अगर आपको पता है कि आपके माता पिता ने काही घुस ली है तो आप उनको रोके और अपने आप को चोर का बेटा या भ्रष्टाचारी का बेटा होने से बचाए  

Wednesday, 21 March 2012


सरकार अक्षर कहती रही है कि 29 रुपये कमाने वाला व्यक्ति गरीब नहीं होता , आज के इस दौर में भिखारी भी सुबह से शाम तक 100 -150 रुपये कमा लेता है , यानी भिखारी भी ट्रिपल अमीर है , मतलब आज भारत के भिखारी भी अमीर श्रेणी में आते है ।

तो अब राजनेताओ को यह राग तो अलापना छोड़ देना चाहिए कि "देश में गरीबी हटाएँगे , गरीबो की  सरकार ,गरीबो के हित में काम करेगी , गरीब को न्याय मिलेगा , गरीब को कम दाम में अनाज दिया जाएगा , गरीब के लिए अच्छे शिक्षा के प्रबंध किया जाएगा , गरीबो को काम दिया जाएगा ,

ओ सरकारी भैया ! तनिक हमको बताओ तो सही गरीब है कौन इस देश में , अपने तो भीख मांग कर खाने वाले को भी अमीर बना दिया तो किसके लिए यह सब बकबक करते हो , वैसे तुम राजनीतिक तो भिखारियों से भी गए गुजरे हो , भिखारी मांग कर खाता पर तुम राजनीतिक तो चोरी करते हो बेईमानी करते हो , ठगी करते हो ।

रहने को जगह नहीं , पहनने को कपड़ा नहीं , पर भारत को अमीरों कि श्रेणी में ला खड़ा कर दिया इस सरकार ने , वाकई तारीफ के काबिल है यह सरकार तो , जी करता जूतो कि माला पहनाऊ एक एक कर सबको ।

( काल्पनिक ) सरकार ने बजट सत्र में गरीबो के उन्मूलन और विकास के लिए 500 करोड़ करोड़ का बिल पास किया । करेंगे क्यूँ नहीं सारा पैसा इनकी जेब में जाएगा क्यूँ कि इस देश में गरीब है ही नहीं .....हा हा हा हा हा

अब इस अमीर देश की गाथा सुन लो

एक आदमी सुबह काम पर जाता शाम तक घर 100 या 150 रुपये लता मतलब अमीर आदमी है , अब वो अमीर आदमी 50 रुपये का दारू पिएगा , भई वह क्या रजवाड़ा मिजाज है 29 रुपये वाला अमीर और यह 50 की दारू पी जाता है । 10 रुपये टिप भी देगा , बचे 90 रुपये घर खर्च के लिए ,,,, वह यहा पर भी अंबानी बन गए ट्रिपल अमीर परिवार ।