इन्सान का चरित्र ,निष्ठां , निस्वार्थ भावना , समझ दृढ़ विश्वास , साहस, वफादारी और दूसरों की इज्ज़त करने जैसे गुणों का मेलजोल होता है !
कोई खुशनुमा , चरित्रवान व्यक्तित्व कैसा होता है !
- उसका अपना एक स्थर होता है !
- उसमे आत्मसंयम होता है !
- वह संतुलित होता है !
- उसमे अहंकार रहित दृढ़ता और आत्म विश्वास होता है !
- वह दूसरो का ध्यानं रखता है !
- वह बह्गाने नहीं बनता है !
- वह जानता है कि शिष्टाचार ,और सलीके से पेश आने के लिए छोटी छोटी कुर्बानिय देनी पड़ती है !
- वह अपनी पिछली गलती से सीखता है !
- वह पैसे , या ऊँचे खानदान कि देन नहीं होता है !
- वह अपने फायदे के लिए दूसरो को तबाह नहीं करता !
- उसमे दिखावा नहीं , बल्कि असलियत होती है !
- उसमे ऊँचे लोगो को सोहबत में रहने कि काबिलीयत तो होती ही है ,साथ ही आम आदमी वाला अंदाज़ भी होता है !
- उसके शब्दों में मिठास ,नजाए में हमदर्दी और मुस्कान में शराफत होती है !
- उसमे अत्याचार के विरोध में खड़ा हो सकने वाला स्वाभिमान होता है !
- वह अपने साथ और दूसरो के साथ सहज रहता है !
- उसमे एक बात खास होती है ,जो उसे जितने वाली बढ़त दिलाती है !
- वह चमत्कार करता है !
- वह अदभुत उपलब्धिया हासिल करता है !
- उसे पहचानना आसन है , लेकिन उसकी व्याख्या करना मुश्किल है !
- वह जिम्मेदारी काबुल करता है !
- वह विनम्र होता है !
- वह जीत और हार दोनों परिस्थितियों में समानता बनाये रखता है !
- वह भाग्य और प्रसिद्दी का मोहताज़ नहीं होता है !
- वह कोई नेम प्लेट नहीं होता !
- उसमे स्थिरता होती है !
- उसे महसूस किया जा सकता है पर देखा नहीं जा सकता है !
- वह चापलूस नहीं होता ,पर विनम्र और शिष्ट होता है !
- उसमे उत्करिष्ठाता होती है , पर गरूर नहीं होता है !
- उसमे आत्म अनुशासन और ज्ञान होता है !
- वह जीतने पर दयाभाव और हारने पर समझदारी दिखाता है!
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