Wednesday, 2 November 2011

::जो चाहा वह नहीं मिला , पर मैं खुश हूँ ::


मैंने इश्वर से शक्ति माँगी थी ,ताकि मैं कुछ हासिल कर सकूँ
उसने मुझे कमजोर बनाया ,ताकि मैं दूसरो की सेवा कर सकूँ
मैंने सेहत माँगी ताकि मैं बड़े काम कर सकूँ
मुझे दुर्बलता मिली ताकि मैं अछे काम कर सकूँ
मैंने धन दौलत माँगी ताकि मैं खुश रह सकूँ
मुझे गरीबी मिली ताकि मैं बुद्धिमान बन सकूँ
मैंने रुतबा माँगा था ताकि लोग मुझे सराहे
मुझे असहाय बनाया ताकि मैं इश्वर की जरुरत महसूस करूँ
मैंने सब चीज़े माँगी थी ,ताकि मेरा जीवन खुशहाल हो
मुझे सिर्फ जीवन मिला ताकि मैं हर चीज़ से ख़ुशी पा सकूँ
मैंने जो भी माँगा नहीं मिला ,मगर वह सब कुछ मिला जिसकी आशा की थी
मेरे ऐसा करने के बावजूद मेरी अनकही प्रार्थनाएँ सुनी गयी
मुझ पर सब इंसानों से ज्यादा कृपा हुई |
:-राजू सीरवी (राठौड़)

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