Thursday, 10 November 2011

::समय::


समय की उम्र न कभी बढती है न कभी घटती | समय कभी बुढा नहीं होता | समय के चहरे पर बूढ़े इन्सान की तरह झुर्रिया नहीं पड़ती है और न ही आलस आता है | इसके विपरीत समय के चहरे पर रोज़ नया निखार आता है | समय अगर बूढ़ा होता है , तो कभी के समय के पाँव कब्र में लटक गए होते | समय कभी बूढ़ा नहीं होता | हाँ यह हो सकता कि समय औरो को जरुर बूढ़ा करता है | वक़्त बहुमूल्य है ,इसे व्यर्थ मत कीजिये | जो समय एक बार हाथ से निकल जाता है , वह दोबारा लौट कर नहीं आता है | समय की पूजा करेंगे तो समय हमको पूज्य बना सकता है | हम अक्सर कढ़ते है " क्या करे समय काट रहे है " पर सही मायनो में हम समय नहीं काट रहे है , समय हमारी ज़िन्दगी को हर पल कट रहा है |

No comments:

Post a Comment