Wednesday, 23 May 2012

मुद्दत से आज थोड़ा वक़्त निकाला
खाने को सिर्फ एक ज़िंदगी का निवाला

करना है तैयार पहले उसका मसाला
चलो देखे ,उसमे क्या क्या है डाला

पहले छल के छिलके छांटों
फिर उस प्यार की प्याज़ को कांटो

लोभ से लिपटे लसहून छिलो
प्यार की प्याज़ के साथ में ले लो

आदत की अदरक का अर्क बनालों
"ना " का नींबू निचोड़ डालो

ध्यान का धनिया खूब मिलाओ
हंसी की हल्दी मिलाते जाओ

नफरत के नमक का नाप समझ लों
"मैं " की मिर्ची का मंत्र परख लो

बर्ताव के बर्तन में ये सब रख लो
दिल के ढक्कन से इसको ढक लो

किस्मत की कड़ाई में तेल चढ़ा दो
आशा की आंच थोड़ी और बढ़ा लो

चाहत का चम्मच चलते रहो
ज़िंदगी का मसाला पकाते रहो

इस मसाले को ज़िंदगी में मिला लो
मिलाकर अब जिंदगी का मज़ा लो

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