Monday 11 March 2013

सीरवी महासभा !!!! बहुत जोरों से चल रही थी संगठन बनाने की तैयारियाँ, सभाओं का होना और लोगों का भाग लेना, समाज सुधार व विकास की चर्चा करना, खुशी होती थी कि समाज में जो अनिवार्य बदलाव की जरूरत है वो होगा, समाज को नई दिशा मिलेगी,
पर संगठन बन गया, सभाए हो गई, सदस्य नियुक्त किये जा चुके
समाज को दिशा तो मिली पर सिर्फ राजनीति की, बाकि जमीनीं हकीकत में विकास या परिवर्तन की कोई दिशा नजर नही रही,
तकनीकी युग में इंटरनेट मंच सोसल मीडिया को ताक में रख कर

सीरवी महासभा नाम का पेज भी बना कि कम से कम महिने में एक बार महासभा संबंधी जानकारी मिलेगी,
पर कुछ खबर नही मिलती, कोई जानकारी नही, क्या समाज में सामंजस्य बनाना, जरूरी परिवर्तन लाना समाज विकास सिर्फ और राजनीति में सक्रिय हो जाने से हो जायेंगे? या सभाओ का आयोजन विकास व सुधार की बाते खोखली रह कर ठंडे बस्ते में चली गई ?


क्या लगता आपकोसमाज कासिर्फ राजनीति में सक्रिय हो जाने से समाजबदल जाएगा ?

महासभा में समाज में विकास व बदलाव के जिन मुद्दो पर चर्चा हुई क्या उन पर अमल हो रहा है ?

महासभा बनाने के बाद समाज की एकता का ग्राफ कितना बढ़ा ?

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