Sunday 15 April 2012

मेरे मामा जी को जोड़ो के दर्द की शिकायत थी , बहुत से लोगो ने बहुत से उपाय बताए , किए भी पर कुछ कम नहीं हुआ , एक दिन मामा जी ने कहा कि उन्होने कन्नड़ TV9 में देखा एक बाबा का चमत्कार जो हर असाध्य बीमारी का इलाज़ करता है ,मामा जी को उसके पास जाना था , एक दिन मैं , मामा जी और मामा जी के दो दोस्त जिसमे एक डॉक्टर और एक दर्जी था । चल दिये उस बाबा के यहा जिसको मामा जी ने tv9 में देखा। चित्रदुर्गा से कुछ दूरी पर एक गाँव के बाहर जहा वो बाबा रहते थे वह गए लोगो का हुजूम उम्दा था । मैंने सोचा वाकई कुछ तो चमत्कार है यहाँ इसलिए इतने लोग है यहा । हम बाबा के आश्रम की तरफ गए , वहाँ काफी लोग बाबा को 10 र्पए देते और बाबा के चरण स्पर्स करते , मैंने भी किए । तकरीबन 400-600 लोग थे वह सबको बैठा दिया गया और कहा कि बाबा स्नान कर के भगवान का ध्यान करने के बाद सब कि समस्या का हल करेंगे । आधे घंटे बाद बाबा आए , एक -एक करके लोग बाबा के पास जाने लगे । मैंने देखा जो भी बाबा के पास जाता ,बाबा उस पर कुछ मंत्र तंत्र करता वो शक्स चिल्लाने लगता और जमीन पर लोट पोट होते , उसे वह बैठे लोग समझते कि कोई भूत प्रेत का साया जिसको बाबा ने ठीक कर दिया हो । पर कुछ देर बाद वह हँगामा हुआ और बाबा का ढोंग सामने आ गया , सब को पता चल गया कि यह सब पाखंड है ,मैंने लोगो से पूछा कि आप किस आधार पर इस पर विश्वास करते है .... सब लोगो का जवाब था कि TV9 कन्नड़ देख कर यहा आए है । मतलब सब को धोखा हुआ ,सब ने tv9 मीडिया पर विश्वास कर के गलती की ।परमात्मा के आदेश के सामने सब नतमस्तक है और कुछ महीनो बाद मेरे मामा जी की भी मृत्यु हो गई ।

मैं यह जानकारी आप सबसे इस लिए साझा कर रहा हु कि जिस तरह मीडिया पर विश्वास कर हम पाखंड का शिकार हुए है , उस तरह और कोई व्यक्ति ना हो , हालांकि आज जो मीडिया इनके गुणगान का प्रचार करता था ,वही आज इनकी पोल खोलने में लगा है , पर सवाल है है कि मीडिया वाले बिना किसी जांच और सच्चाई के तथ्यो को जाने बिना इनके कार्यक्रम प्रसारित करते है इससे लोग ठगी का शिकार ज्यादा होते है । जो किसी के कहने और सुनने से उतना नहीं ठगा जाता जितना मीडिया के प्रचार के कारण ठगा जा रहा है ।

बाबाओ के कार्यक्रम प्रसारित नहीं करना चाहिए ,अगर करते है तो उनके बारे में पूरी जानकारी जुटा कर (जैसे अब जांच कर रहे है )अगर कुछ सच्चाई है तो प्रसारित करना चाहिए । 

किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार नहीं करना चाहिए । 

निसपक्षता से अपना काम करना चाहिए , क्यों कि जनता को आईना दिखाना मीडिया का काम है
पर आज मीडिया जो काम कर रहा है उससे साफ यही होता है कि मीडिया लोगो को सच्चाई से रूबरू कराने के बजाय खुद कमाई करने में लगा है । 

निर्मल सिंह नरूला जो कृपा का नाम लेकर लोगो से ठगी कर रहा है , इस पर धर्म के ज्ञाता , देश में सच्चे साधुओ ने और द्वारका के शंकरचार्य स्वरूपनन्द सरस्वती ने भी इसे महज ढोंग बताया , और स्टार न्यूज़ पर चर्चा में शामिल तर्कशास्त्री ,वेदो के जानकार ,धर्म के जानकार ,मनोचिकित्सक और वेज्ञानिकों तक ने इसे नकार दिया तो हम आम जनता को तो आंखे खोलनी चाहिए कि यह सिर्फ पैसे कमाने का जरिया है । 

अगर सच में लोगो पर इसकी कृपा होती तो रोज़ 1 करोड़ रुपये जमा होने वाले सिर्फ 34 लाख तक क्यूँ आ गए । अगर यह ढोंगी बाबा कहता है कि यह एक सजिस है उसे बदनाम करने की तो क्यूँ अपनी कृपा का इस्तेमाल कर इस विरोध को खत्म नहीं कर सकता । 

बड़ा अच्छा धंधा है इसका जिसे "दलाली " कहेंगे तो कोई हर्ज़ नहीं क्यूँ कि इस ढोंगी के अनुसार जो कृपा लोगो तक पहुँचती है वो इसके द्वारा जाती है और उस कृपा के 2000 वसूलता है ।
खुद पर विश्वास रखो ,अंधविश्वास पर नहीं , जब विधिविधाता ही अपनी कुंडली नहीं बदल  सकते तो यह किस खेत कि मुली है जो हमारे किस्मत बदल सकता है । 

No comments:

Post a Comment