Monday 2 July 2012

भईया इंटरनेट पर सब कुछ मिलता है बस... एक क्लिक करो............ बहुत कुछ तो फ्री मे ही मिल जाता है अभी कुछ दिन पहले ऐसे ही फेसबुक पर एक बाबा जी से मुलाकात हुई .... ।

अरे नही नही .........
ग़लत सोच बैठे आप बाबा रामदेव ....नही .....
क्या कहा आशाराम बापू ......अरे नही भाई .......उन्हे कहाँ  से बीच मे ले आए  .....

अच्छा रुकिये मैं ही बताए देता हुं ।
जुगाड़ बाबा नाम था इनका, ऐसे ही HI ,HELLO से शुरूवात हुई ।
अचानक पूछ बैठे मीडीया मे कैसे आने का सोचा कोई जान पहचान का है क्या ? .......मैने कहा..... नही,

बोले तो फिर कोई जुड़ाग उगाड़ मैने फिर कहा
नही दूर दूर तक नही
बोले तो फिर क्या कर रहे हो ?
मैने कहा मतलब क्या कर रहा हूँ
पत्रकार बनना है सो अनुभवी पत्रकारो से पत्रकारिता सीख रहा हूँ
शायद बाबा ने मेरे गुस्से को भाप लिया....... अचानक अपना सुर बदलते हुए बोले ..........
.देखो बेटा ,
"टैलेन्ट इज गुड थिंग बट यू नो फॉर ग्रेट सक्सेस जुगाड़ इस कम्पलसरी "(talent is good thing but you know for great success JUGAD is compulsory )

मैंने कोतुहलवश पूछा बाबा जुगाड़ मतलब.......... ?
मेरे इतना कहते ही बाबा बिदक गये ...छी:...... पत्रकारिता सीख रहे और इतना भी नहीं पता....... जुगाड़  मतलब -"सोर्स"(SOURCE )......कही जॉब करनी है तो सिफारिस लगवाओ .....।
मैंने इतना सुनते ही बाबा पर एक सवाल और दाग दिया ......तो क्या बाबा जिसके पास जुगाड़ नहीं तो उसका फ्यूचर ब्राईट  नही ....?

बाबा मेरी बात बीच में ही काटते हुए बोले हा हा हा हा..................अभी छोटे बच्चे हो तुम  ....

बाबा के मुहं से बच्चा सुनते ही मेरा पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया.... ।
पर इतना गुस्सा आने के बावजूद भी कुछ कह सका
क्या करूँ बचपन से तो यही सिखाया गया है कि बड़ो का सम्मान करना चहिये ।
आप सोच रहे होगे कि बच्चा कहने पर मुझे इतना गुस्सा क्यों आया ये तो लड़को के लिए कॉम्प्लीमेंट है ..
ऐसा नही है क़ि बाबा ने ही पहली बार मुझे बच्चा कहा हो इसके पहले भी कई लोग कह चुके है ।

खैर बाबा ने फिर बोलना शुरू किया ....देखो बेटा आज के दौर में कामयाब होने के लिए धंधे के प्रति निष्ठा और लगन की नही जुगाड़ की आवश्यकता होती है ....इतिहास गवाह है जिसके पास जितनी अच्छी जुगाड़ है वो उतना ही कामयाब है .......टैलेन्ट तो टैलेन्ट होते हुए भी कोई काम का नही जबकि जुगाड़ सर्वत्र
समझो बेटा सबसे आगे है जुगाड़ ..............

सो बेटा ,
जुगाड़ NEAR राखियो ,TALENT दियो भुलाये ।
TALENT कछु न करि सकै,जुगाड़ सब करि जाये।।

बाबा जी क़ि बाते तो अब मेरी समझ में ही आना बंद हो गयी थी सो मैंने चुप्पी साधने में ही भलाई समझी ।
बाबा फिर बोलने लगे और इस बार उनके शब्दों में समझाने का भाव ज्यादा था ................।

देखो बेटा -जुगाड़ शब्द बेशक बहुतो को सुनने में अच्छा नही लगता लेकिन यह कितनी गहराई लिए हुए है .....गीता का पाठ करो तो जैसे जीवन के सत्य का ज्ञान होता है उसी तरह जुगाड़ क़ि तह में जाओ तो एक नयी दुनिया ही सामने आती है....


मैंने फिर पूछा नयी दुनिया मतलब ...?

इस बार बाबा फिर अपने आप पर इतराते हुए बोले ...............

बेटा थोडा UPDATE  करो मै तो सौ  सालो से पहाड़ पर तपस्या कर रहा हुं वहां तो मीडिया टीआरपी के पीछे भी नही भागती लेकिन फिर भी तुमसे ज्यादा UPDATE तो मै ही हुं ..।

अरे........बाबा अपडेट तो करती हुं अपने कम्प्यूटर में आये दिन एंटी वाइरस अपडेट करती हुं और दो तीन दिन में FACEBOOK UPDATE भी और कभी कभी तो दिन में दो तीन बार ।

बाबा बोले ......अरे मूर्ख मै उस अपडेट क़ि बात नही कर रहा ......सच में बच्चा ही है तू...

इससे पहले क़ि मै बाबा से कोई और सवाल पूछने के लिए अपना मुंह खोलती बाबा अचानक अपनी घड़ी पर नजर डालते हुए बोले ........
oh my dear i am getting late .....एक्चुली आज मेरा एक लेक्चर है जुगाड़ पर तो मै तुमसे बाद में मिलता हुं ...
ok bbye take care ..see you soon ।

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