Saturday 10 March 2012


मैंने गुलाब को भी अपनाया
भले हो उसमे कांटा
मुझको क्यूँ मार दिया
जबकि
रहा है मेरा ईमानदारी से नाता ।

यही तो दुख है नरेंद्र भाई , कि आप जैसे ईमानदार देशभक्त अपने दुखो की परवाह ना करते हुए लोगो की रक्षा करते है और ईमानदारी से काम करते है , अपना कर्तव्य निभाते है , पर इस देश में ऐसे दरिंदे लालची है (जो कहने को लोकतन्त्र के रखवाले कहलाते है पर सच में है वो नरभक्षी ) जो ईमानदार व्यक्ति को मौत के तोहफे से नवाजते है ।
एक मंत्री को थप्पड़ मारने वाले को तुरंत जेल पहुंचा दिया जाता , पर एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ट  देशभक्त को कोई राजनीतिक मरवा  दे तो लंबी प्रक्रिया चलेगी जैसे
शुरुआती जांच
सबूत
पूछताछ
गवाह
चार्जशीट
ट्रायल
गवाह के बयान
एक दूसरे के वकीलो का वाद विवाद
argument
और फिर सजा ,
तब तक आरोपी की भी मौत हो जाएगी , और मामला खत्म ।
न्याय मिल गया ?????? अरे इस देश में सजा सुनाने के बाद सजा नहीं दी जाती तो क्या उम्मीद की जा सकती है इन राजनेताओ और सरकारो से ॥
नरेंद्र भैया इस देश में स्वार्थी ,लालची लोग है , आप जैसे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ट बहुत कम है ।

देश में पुलिस को अपनी सुरक्षा के लिए बंदूक तो थमा दी जाती पर उसे चलाने के लिए सरकार के आदेश की जरूरत होती है , और जब तक आदेश मिले तब तक बहुत देर हो जाती ।

नरेंद्र कुमार अगर उस ट्रैक्टर वाले को गोली मार देते तो सभी राजनीतिक लोग यही कहते कि " प्रशासन व्यवस्था लचर है । पुलिस जनता की हिफाज़त करने के लिए होती है उनकी जान लेने के लिए नहीं , और यहा एक पुलिस अधिकारी को मार दिया तो गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले राजनेता कहते है न्यायिक जांच करेंगे ! किसकी न्यायिक जांच करेंगे , इसके असली इक्के और बादशाह तो तुम राजनेता ही हो जो आम जन की नज़ारो में धूल झोक कर लोगो का दिल बहला कर बेवकूफ बना कर शांत कर देते हो ...

इस मामले में मुख्य आरोपी को पकड़ना कोई मुश्किल काम नहीं है सरकार के लिए पर सरकार ऐसा करेगी नहीं क्यूँ कि सरकार की  छवि धूमिल ना हो जाए इसलिए ।

किसको पता नहीं कि इस मामले के तार आखिर कहा से जुड़े है ,,,, खनन माफिया ! इसमे कोई शक नहीं कि राजनेता ,मंत्री या इनके करीबी इसमे शामिल नहीं ।

क्यूँ इन राजनेताओ को शर्म नहीं आती कि ऐसे मामलो पर न्याय की मांग करने की बजाय इस में भी राजनीतिक रोटिया सेक रहे है , एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप ।

क्या हमको इसी तरह अपने होनहार , ईमानदार और कर्तव्यनिष्ट देशभक्तों को इन नरभक्षियों के काल का शिकार होते देखते रहेंगे ?????? आज नरेंद्र भैया , कल किसी और नरेंद्र भैया को यह काल बनाएँगे , और फिर हम आम जन की भी बारी आएगी ॥

क्या दुकाने और काम धंधे बंद करने से किसी को न्याय मिल जाएगा ?
न्याय के लिए जंग लड़नी पड़ती है .......

मैं सब से निवेदन करता हूँ कि ईमानदारी का साथ दो और बेईमान लोगो के खिलाफ पुलिस(ईमानदार पुलिस अधिकारी का , क्यूँ कि इन मे भी 100 में से 90 बेईमान है ) का साथ दे और अपना फर्ज़ निभाए देश का जिम्मेदार नागरिक होने का ।

नरेंद्र भैया आपको न्याय मिलेगा , और हम फिर से कोई IPS नरेंद्र कुमार को खोना नहीं चाहेंगे ।
भगवान नरेंद्र कुमार IPS को श्रद्धांजली ....
जय हिन्द !

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